क्रिसमस के अवसर पर कुछ अनुदित कविताएं...
१.
लौटता है बैतलहम में मेरा दिल
-अज्ञात-
लौटता है बैतलहम में मेरा दिल
हर साल क्रिसमस के मौके पर
जब इंतजार करती है दुनिया
चरनी में जन्मे राजा का
जहां झुके हुए हैं स्वर्गदूत
मैं करती हूं यात्रा
उन ज्योतिषियों के साथ
करने राजा की आराधना
और सोचती हूं आश्चर्य से
मैं क्या उपहार ले जाऊं
हम सब जो इतने निकम्मे हैं
बा्लक ख्रीष्ट को
आखिर कौन सा उपहार भेंट करूं
शायद उसके बि्छौने के लिए कोई कंबल
या शायद कोई चटकीला सितारा
या सुनाऊं उसे कोई कविता
और अगर वो रो पड़े/ तो
शायद मैं थाम लू उसका हाथ
या गाऊं कोई लोरी
हर बरस लौटता है दिल मेरा
बैतलहम में क्रिसमस के दिन
कि चरनी के पास जाकर दंडवत करूं
और बहाऊं खुशी के आसूं
*****
२.
क्रिसमस का तारा
-मेरी गैरेन-
बहुत दिनों पहले उस रात्रि में / जब
क्रिसमस के तारे से जो चमकी थी रोशनी
इस क्रिसमस की रात्रि में तुम पर चमके
और तुम्हारे चेहरे को प्रकाशित करे
काश कि वो तुम्हारी आंखों से दमके
और बस जाए तुम्हारे मन में
और तुम्हारी आत्मा में उसकी आंच झिलमिलाए
एक थके हुए संसार को जो शांति दी थी उसने
आज तुम्हारे दिल को वो खुशियों से भर दे.
*****
३.
प्रथम रोशनी
-स्टीफ़ेन लीक-
घर से दूर सितारा, अनिच्छा से
आकाश की खिड़की से बाहर धकेले जाने के बाद भी
वो ठहरा हुआ है सुबह की चौखट पर
कहानियों की रोशनी का इतिहास पलटते हुए. दुबारा से.
धीमे से, गिराता है अपने उपहार
साधारण वैभव, खुशियों से छलकता हुआ
उसकी उष्मा, हाथ मे थामें हुए एक शीशे की रूह की .
और जैसे प्रार्थनाओं द्वारा दिन बन जाता है खास
वो गिरेगा.
गिरेगा अपने ही ख्वाब में लौटकर
वहां वो गाएगा
अपनी उपस्थिति से
लिपटे हुए दिन को खोलते हुए.
*****
४.१
क्रिसमस के गीत
-क्रिस्टीना रोसेटी-
क्रिसमस में है अंधकार
दुपहरी की चकाचौंध से भी अधिक द्युतिमान
क्रिसमस में है ठंडक
जून की गर्मी से भी उष्म
क्रिसमस में है सौंदर्य
दुनिया में मौजूद खूबसूरती से भी बढ़कर
क्योंकि क्रिसमस लाता है यीशु को
जो उतर आया धरती पर हमारे लिए
धरती बजाओ अपना संगीत
पंछी जो गाते है और घंटिया जो बजती हैं
स्वर्ग के पास है मेल खाता हुआ संगीत
जिसे जल्द ही सब देवदूत मिलकर गाएंगे
धरती तुम पहन लो बेदाग बर्फ़ की
अपनी सबसे श्वेत
दुल्हिन की पोशाक
क्योंकि क्रिसमस लाता है यीशु को
जो उतर आया धरती पर हमारे लिए
*****
४.२
क्रिसमस के गीत
-क्रिस्टीना रोसेटी-
प्रेम उतर आया क्रिसमस पर
बेहद प्यारा, दिव्य अलौकिक प्रेम
प्रेम जन्मा था क्रिसमस पर
तारे और देवदूतों ने दिए थे चिन्ह
पूजते हैं हम देवत्व को परमेश्वर को
देहधारी प्रेम को, दिव्य प्रेम
हम अपने यीशु को पूजते हैं
पर किससे मिलेंगे अब वो चिन्ह ?
प्रेम ही होगा हमारा चिन्ह
प्रेम बने तुम्हारा और प्रेम बने मेरा
प्रेम हो परमेश्वर से और सभी मनुष्यों से
प्रेम हो प्रार्थना और सौगात और चिन्ह के लिए
*****
५.
क्रिसमस की सुबह का संगीत
-अन्ना ब्रोन्टे-
मुझे पसंद है संगीत... पर उसकी तान कभी नहीं
जो जगाए मन में ऐसे दिव्य हर्षातिरेक
जो शोक को करे कम
और पीड़ा को हर ले
और मेरे इस विषादपूर्ण दिल को झकझोर दे--
जिसे हम सुनते है क्रिसमस की सुबह में
शिशिर की सर्द हवाओं पर सवार होके
यद्यपि अंधकार का साम्राज्य कायम है अभी
और कई घंटे बाकी है सुबह होने में
दुस्वप्नों से या गहरी नीदों से
वो संगीत हौले से जगाती है हमें
वो किसी देवदूत के स्वर में पुकारती है हमें
जागने, आराधना करने और आनंद मनाने के लिए
उस मनोरम सुबह का स्वागत उल्लास से करने के लिए
जिसका देवदूतों ने अरसा पहले किया था स्वागत
जब हमारे उद्धारकर्ता ने जन्म लिया था
स्वर्ग की रोशनी को धरती पर लाने के लिए
कि अंधकार की ताकतें छंट जाए
और धरती को मौत और नरक से छुटकारा दिलाने
उस पावन राग को सुनते वक्त
हर्षातिरेक में डूबी मेरी रूह
उड़ान भरती है काफ़ी ऊंचाईयों तक
ऐसा प्रतीत होता है कि मैं सुन रही हूं उन गानों को
जो खुले आकाश के तले गूंज रही हैं
जिन्होने जगाई थी वो स्वर्गीय आनंद
उनमें जो रात में अपने झुंड की देख भाल कर रहे थे
उनके साथ मैं मनाती हूं उसका (प्रभु का) जन्म
परमेश्वर को ऊंचे में हो धन्यवाद
धरती में शांति और मेल होवे
हमें दिया गया है उद्धारकर्ता राजा
परमेश्वर अपने लोगों को अपनाने आया है
और शैतान की शक्ति को पराजित कर दिया है.
एक निर्दोष परमेश्वर पापी मनुष्यों के लिए
उतरता है धरती पर कष्ट सहने और लहुलुहान होने के लिए
नरक को अपना साम्राज्य अब छोड़ देना चाहिए
और शैतान को अब मान लेना चाहिए
कि ख्रीष्ट ने आशीष देने का अधिकार कमा लिया है.
अब पवित्र शांति मुस्करा ले स्वर्ग पर से
और धरती से फ़ूट निकलेंगी स्वर्गीय सच्चाई
कैदी के बंधन टूट गए है अब
क्योंकि हमारा उद्धारकर्ता हमारा राजा है
और जिसने मनुष्यों के लिए अपना लहू बहाया
वो हमें घर वापस ले जाएगा परमेश्वर के पास
*****
६.
मोमबत्ती से रोशन दिल
-मेरी ई लिंटन-
संसार के किसी कोने से इस सर्द रात्रि में
फ़िजाओं में गूंजती घंटियों का शोर सुनाई देगा तुम्हें
क्रिसमस ने फ़ैला दी है चारों ओर सब कुछ को समेट लेने वाली रोशनी
जिसे दूरियों के बावजूद हम बांट सकते है आपस में
तुम भी गा रहे होगे जैसे मैं गा रही हूं इस वक्त
उन चिरपरिचित गानों को जिन्हें हम अच्छे से जानते हैं
और अपने वहां के आसमान में तुम्हें दिखाई देंगे यही सारे सितारे
और उस चमकीले टूटते हुए सितारे से मांगोगे कोई दुआ
याद करूंगी तुम्हें और सजाऊंगी मैं क्रिसमस ट्री
जिसकी ऊपर वाली डाली में टंगा होगा एक चमकदार सितारा
मैं वहां टांगूगी विश्वास की पुष्पमालाएं जिसे देख लें सब लोग
आज की रात मैं झांक रही हूं अपने समय (अभी और अब)के परे
और जब तक रहना पड़े हमें अलग अलग
मैं दिल में मोम बत्ती की लौ जलाए रखती हूं
*****
७.
-अज्ञात-
रोशनी की सौगात है मोमबत्तियां
इक नन्हा सूरज, एक तारे का कतरा
रात्रि का कोई भी नर्तक
नहीं नाच सकता आनंद से इस कदर लबालब भरके
शांत झिलमिलाती नन्हीं आत्माएं
हरेक में है एक झलक उस की जो हम सभी हैं
जगमगाते हुए निष्पाप मासूम और पवित्र.
***
*****
***
१.
लौटता है बैतलहम में मेरा दिल
-अज्ञात-
लौटता है बैतलहम में मेरा दिल
हर साल क्रिसमस के मौके पर
जब इंतजार करती है दुनिया
चरनी में जन्मे राजा का
जहां झुके हुए हैं स्वर्गदूत
मैं करती हूं यात्रा
उन ज्योतिषियों के साथ
करने राजा की आराधना
और सोचती हूं आश्चर्य से
मैं क्या उपहार ले जाऊं
हम सब जो इतने निकम्मे हैं
बा्लक ख्रीष्ट को
आखिर कौन सा उपहार भेंट करूं
शायद उसके बि्छौने के लिए कोई कंबल
या शायद कोई चटकीला सितारा
या सुनाऊं उसे कोई कविता
और अगर वो रो पड़े/ तो
शायद मैं थाम लू उसका हाथ
या गाऊं कोई लोरी
हर बरस लौटता है दिल मेरा
बैतलहम में क्रिसमस के दिन
कि चरनी के पास जाकर दंडवत करूं
और बहाऊं खुशी के आसूं
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२.
क्रिसमस का तारा
-मेरी गैरेन-
बहुत दिनों पहले उस रात्रि में / जब
क्रिसमस के तारे से जो चमकी थी रोशनी
इस क्रिसमस की रात्रि में तुम पर चमके
और तुम्हारे चेहरे को प्रकाशित करे
काश कि वो तुम्हारी आंखों से दमके
और बस जाए तुम्हारे मन में
और तुम्हारी आत्मा में उसकी आंच झिलमिलाए
एक थके हुए संसार को जो शांति दी थी उसने
आज तुम्हारे दिल को वो खुशियों से भर दे.
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३.
प्रथम रोशनी
-स्टीफ़ेन लीक-
घर से दूर सितारा, अनिच्छा से
आकाश की खिड़की से बाहर धकेले जाने के बाद भी
वो ठहरा हुआ है सुबह की चौखट पर
कहानियों की रोशनी का इतिहास पलटते हुए. दुबारा से.
धीमे से, गिराता है अपने उपहार
साधारण वैभव, खुशियों से छलकता हुआ
उसकी उष्मा, हाथ मे थामें हुए एक शीशे की रूह की .
और जैसे प्रार्थनाओं द्वारा दिन बन जाता है खास
वो गिरेगा.
गिरेगा अपने ही ख्वाब में लौटकर
वहां वो गाएगा
अपनी उपस्थिति से
लिपटे हुए दिन को खोलते हुए.
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४.१
क्रिसमस के गीत
-क्रिस्टीना रोसेटी-
क्रिसमस में है अंधकार
दुपहरी की चकाचौंध से भी अधिक द्युतिमान
क्रिसमस में है ठंडक
जून की गर्मी से भी उष्म
क्रिसमस में है सौंदर्य
दुनिया में मौजूद खूबसूरती से भी बढ़कर
क्योंकि क्रिसमस लाता है यीशु को
जो उतर आया धरती पर हमारे लिए
धरती बजाओ अपना संगीत
पंछी जो गाते है और घंटिया जो बजती हैं
स्वर्ग के पास है मेल खाता हुआ संगीत
जिसे जल्द ही सब देवदूत मिलकर गाएंगे
धरती तुम पहन लो बेदाग बर्फ़ की
अपनी सबसे श्वेत
दुल्हिन की पोशाक
क्योंकि क्रिसमस लाता है यीशु को
जो उतर आया धरती पर हमारे लिए
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४.२
क्रिसमस के गीत
-क्रिस्टीना रोसेटी-
प्रेम उतर आया क्रिसमस पर
बेहद प्यारा, दिव्य अलौकिक प्रेम
प्रेम जन्मा था क्रिसमस पर
तारे और देवदूतों ने दिए थे चिन्ह
पूजते हैं हम देवत्व को परमेश्वर को
देहधारी प्रेम को, दिव्य प्रेम
हम अपने यीशु को पूजते हैं
पर किससे मिलेंगे अब वो चिन्ह ?
प्रेम ही होगा हमारा चिन्ह
प्रेम बने तुम्हारा और प्रेम बने मेरा
प्रेम हो परमेश्वर से और सभी मनुष्यों से
प्रेम हो प्रार्थना और सौगात और चिन्ह के लिए
*****
५.
क्रिसमस की सुबह का संगीत
-अन्ना ब्रोन्टे-
मुझे पसंद है संगीत... पर उसकी तान कभी नहीं
जो जगाए मन में ऐसे दिव्य हर्षातिरेक
जो शोक को करे कम
और पीड़ा को हर ले
और मेरे इस विषादपूर्ण दिल को झकझोर दे--
जिसे हम सुनते है क्रिसमस की सुबह में
शिशिर की सर्द हवाओं पर सवार होके
यद्यपि अंधकार का साम्राज्य कायम है अभी
और कई घंटे बाकी है सुबह होने में
दुस्वप्नों से या गहरी नीदों से
वो संगीत हौले से जगाती है हमें
वो किसी देवदूत के स्वर में पुकारती है हमें
जागने, आराधना करने और आनंद मनाने के लिए
उस मनोरम सुबह का स्वागत उल्लास से करने के लिए
जिसका देवदूतों ने अरसा पहले किया था स्वागत
जब हमारे उद्धारकर्ता ने जन्म लिया था
स्वर्ग की रोशनी को धरती पर लाने के लिए
कि अंधकार की ताकतें छंट जाए
और धरती को मौत और नरक से छुटकारा दिलाने
उस पावन राग को सुनते वक्त
हर्षातिरेक में डूबी मेरी रूह
उड़ान भरती है काफ़ी ऊंचाईयों तक
ऐसा प्रतीत होता है कि मैं सुन रही हूं उन गानों को
जो खुले आकाश के तले गूंज रही हैं
जिन्होने जगाई थी वो स्वर्गीय आनंद
उनमें जो रात में अपने झुंड की देख भाल कर रहे थे
उनके साथ मैं मनाती हूं उसका (प्रभु का) जन्म
परमेश्वर को ऊंचे में हो धन्यवाद
धरती में शांति और मेल होवे
हमें दिया गया है उद्धारकर्ता राजा
परमेश्वर अपने लोगों को अपनाने आया है
और शैतान की शक्ति को पराजित कर दिया है.
एक निर्दोष परमेश्वर पापी मनुष्यों के लिए
उतरता है धरती पर कष्ट सहने और लहुलुहान होने के लिए
नरक को अपना साम्राज्य अब छोड़ देना चाहिए
और शैतान को अब मान लेना चाहिए
कि ख्रीष्ट ने आशीष देने का अधिकार कमा लिया है.
अब पवित्र शांति मुस्करा ले स्वर्ग पर से
और धरती से फ़ूट निकलेंगी स्वर्गीय सच्चाई
कैदी के बंधन टूट गए है अब
क्योंकि हमारा उद्धारकर्ता हमारा राजा है
और जिसने मनुष्यों के लिए अपना लहू बहाया
वो हमें घर वापस ले जाएगा परमेश्वर के पास
*****
६.
मोमबत्ती से रोशन दिल
-मेरी ई लिंटन-
संसार के किसी कोने से इस सर्द रात्रि में
फ़िजाओं में गूंजती घंटियों का शोर सुनाई देगा तुम्हें
क्रिसमस ने फ़ैला दी है चारों ओर सब कुछ को समेट लेने वाली रोशनी
जिसे दूरियों के बावजूद हम बांट सकते है आपस में
तुम भी गा रहे होगे जैसे मैं गा रही हूं इस वक्त
उन चिरपरिचित गानों को जिन्हें हम अच्छे से जानते हैं
और अपने वहां के आसमान में तुम्हें दिखाई देंगे यही सारे सितारे
और उस चमकीले टूटते हुए सितारे से मांगोगे कोई दुआ
याद करूंगी तुम्हें और सजाऊंगी मैं क्रिसमस ट्री
जिसकी ऊपर वाली डाली में टंगा होगा एक चमकदार सितारा
मैं वहां टांगूगी विश्वास की पुष्पमालाएं जिसे देख लें सब लोग
आज की रात मैं झांक रही हूं अपने समय (अभी और अब)के परे
और जब तक रहना पड़े हमें अलग अलग
मैं दिल में मोम बत्ती की लौ जलाए रखती हूं
*****
७.
-अज्ञात-
रोशनी की सौगात है मोमबत्तियां
इक नन्हा सूरज, एक तारे का कतरा
रात्रि का कोई भी नर्तक
नहीं नाच सकता आनंद से इस कदर लबालब भरके
शांत झिलमिलाती नन्हीं आत्माएं
हरेक में है एक झलक उस की जो हम सभी हैं
जगमगाते हुए निष्पाप मासूम और पवित्र.
***
*****
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29 comments:
बड़ा ही सुन्दर व सरल अनुवाद। आपको ढेर सारी बधाईयाँ, इस पर्व की।
आपको Merry Christmas !
सुन्दर अनुवाद ! बचपन में अंग्रेजी मीडियम कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ा था ... वहां हमें भी क्रिसमस करोल सिखाते थे ...
अच्छी कविताओं का सुन्दर अनुवाद ....
क्रिसमस की शुभकामनायें
बहुत ही अच्छा अनुवाद प्रस्तुत किया है.पढ़ कर बहुत अच्छा लगा
आपको सपरिवार क्रिसमस की शुभ कामनाएं
सादर
रोशनी की सौगात है मोमबत्तियां
इक नन्हा सूरज, एक तारे का कतरा
रात्रि का कोई भी नर्तक
नहीं नाच सकता आनंद से इस कदर लबालब भरके
शांत झिलमिलाती नन्हीं आत्माएं
हरेक में है एक झलक उस की जो हम सभी हैं
जगमगाते हुए निष्पाप मासूम और पवित्र.
anuwaad ne christmas ko raushan kar diya
बहुत सुन्दर अनुवाद और कवितायें।
क्रिसमस की शुभकामनायें
बहुत ही सुन्दर भावपूर्ण अनुवाद ...क्रिसमस की हार्दिक शुभ कामनायें
बहुत अच्छा सजाया है आपने ब्लॉग को. बहुत ही सुंदर रचनाएँ और उनका अनुवाद आपने दिया है.
आपको क्रिस्मस की हार्दिक शुभकामनाएँ!
सभी कवितायें सुन्दर हैं.क्रिसमस की हार्दिक शुभकामनायें.
बहुत ही सुन्दर ...क्रिसमस की हार्दिक शुभ कामनायें
Kavitaonka anuwad behad sundar ban pada hai!
Aapko bhee Christmas aur naye saal kee dheron shubhkamnayen!
bahut sundar kavita;en
आपको और आपके परिवार को क्रिसमस की हार्दिक बधाइयां।
हर एक कविता का अनुवाद संजीदा तरीके से किया गया है ..मूल भाव हर एक कविता का सहज ग्राह्य है ...इसके लिए शुक्रिया ....आपको क्रिसमिस की बधाई
क्रिसमस की सुन्दर कविताओं के सरल अनुवाद जिनसे जन-जन में प्रभु ईशु का शांति संदेश प्रेरक तरीके से फैल सके ।
आपको भी सपरिवार क्रिसमस की ढेरों शुभ कामनाएं...
अग्निपाखी ,
ये लघु प्रकाश-कण समेट कर आपने जो संदेश दिया वह ज्वाला-स्नात अग्निपाखी के अनुरूप ही है .प्रेम की यह निष्कलुष चिर-नूतनता
प्रखरता सहित बनी रहे !
क्रिसमस पर अभिनन्दन स्वीकार करें !
अनुवाद बहुत ही सुंदर है।
आपको भी सपरिवार क्रिसमस की शुभ कामनाएं ,.... अभिनन्दन स्वीकार करें
बेहतरीन प्रस्तुतिकरण. आभार . क्रिसमस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं.
अच्छा सन्देश ....
बहुत अच्छी प्रस्तुति .
मधुर, सुन्दर अनुवाद.
बधाइयाँ एवं अभिनन्दन स्वीकारें.
सभी कविताएं बेहद खूबसूरत हैं, प्रभु यीशु के पावन स्मरण और भावनाओं की सच्चाई से रची-बसी हैं ये रचनाएं ।आपको क्रिसमस व नववर्ष की हार्दिक शुभ-कामनाएं ।
बहुत ही सुंदर कविताओं का आपने अनुवाद प्रस्तुत किया है...........मैरी क्रिसमस की आप को भी बधाई ..
फर्स्ट टेक ऑफ ओवर सुनामी : एक सच्चे हीरो की कहानी
रमिया काकी
डोरोथी जी ,
आपको भी क्रिसमस की ढेरों शुभकामनाएं , मैं दो दिन मेल चेक नहीं कर सकी थी , आउट ऑफ़ स्टशन थी , इसीलिए प्रत्तुत्तर में देर हुई ...
शानदार प्रस्तुति
बहुत ही प्यारी कविताएं हैं।
इन सुंदर कविताओं को हम तक पहुंचाने के लिए आभार।
---------
अंधविश्वासी तथा मूर्ख में फर्क।
मासिक धर्म : एक कुदरती प्रक्रिया।
क्रिसमस और नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं !
सभी रचनाएँ भाव पूर्ण हैं !
-ज्ञानचंद मर्मज्ञ
आपको भी नव वर्ष की हर्दिक शुभकामना। अनुदित कविताओं के बाद आपने कुछ नया नहीं लिखा। आपकी तरफ से कुछ नयी रचनाओं का इन्तजार है।
Happy Christmas 2011
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कल 25/12/2011को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
धन्यवाद!
बड़ी सुन्दर अनूदित रचनाएं....
सादर आभार.
मेरी क्रिसमस
बहुत सुंदर अनुवाद...क्रिसमस की हार्दिक शुभकामनायें!
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